@अंबिकापुर (वेब न्यूज़) // सीएनबी लाईव।।
गंभीर प्रकरणों में अपराधियों की कॉल डिटेल पुलिस की जांच का हिस्सा बन चुकी है लेकिन सरगुजा जिले में पुलिसकर्मियों की भी कॉल डिटेल की जांच हो रही है। छत्तीसगढ़ में सरगुजा संभवत पहला जिला है जहां संदिग्ध आचरण वाले पुलिसकर्मियों के मोबाइल टावर लोकेशन के साथ उनके कॉल डिटेल की बारीकी से विशेषज्ञों द्वारा जांच कराई जा रही है। यह परिस्थिति नशे के खिलाफ जिले में चलाए जा रहे अभियान की वजह से निर्मित हुई है, जिसमें कुछ पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के अवैध कारोबारियों को संरक्षण दिए जाने का रहस्योद्घटन हुआ है।
अंबिकापुर शहर पिछले कुछ समय से गांजा ब्राउन शुगर नशीले इंजेक्शन और दवाइयों की सप्लाई चैन वाला शहर बन कर सामने आया है। उत्तर प्रदेश झारखंड और बिहार से नजदीक होने के कारण यहां के कुछ लोग नशीले पदार्थों के अवैध कारोबार में संलिप्त हो चुके हैं। अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्यों द्वारा भी अंबिकापुर होते उत्तर प्रदेश और झारखंड में प्रवेश किया जाता है।रेंज आईजी रतनलाल डांगी के निर्देश पर सरगुजा में नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अंबिकापुर के गांधीनगर और कोतवाली थाने के कुछ पुलिस अधिकारी ,कर्मचारियों द्वारा मादक पदार्थों की अवैध बिक्री में शामिल लोगों से बेहतर संबंध की शिकायतों के बीच एसपी टीआर कोसीमा द्वारा विशेष टीम का गठन किया गया था। इस टीम ने शहर में ताबड़तोड़ कार्रवाई की। गांधीनगर थाना क्षेत्र में महिला व पुरुष को नशीला इंजेक्शन के बड़े खेप के साथ गिरफ्तार किया गया। कोतवाली थाना क्षेत्र में गांजा के साथ मां-बेटे पकड़े गए, इनकी गिरफ्तारी हुई और उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया।
पुलिस की जांच यहीं तक सीमित नहीं रही।पुलिसकर्मियों के संरक्षण में अवैध गतिविधियों को बढ़ावा मिलने की शिकायत को प्रमाणित करने के लिए आरोपितों की कॉल डिटेल खंगाली गई ,इसमें कई पुलिसकर्मियों से बातचीत का भी पता चला। ऐसी परिस्थिति में एसपी के निर्देश पर संबंधित पुलिसकर्मियों की भी कॉल डिटेल निकलवाई गई।दोनों कॉल डिटेल की जांच में मादक पदार्थों की बिक्री करने वालों के साथ पुलिसकर्मियों से कई बार बातचीत का पता चला। अब ऐसे हर मामले में अपराधियों के साथ संदिग्ध आचरण वाले पुलिसकर्मियों की भी कॉल डिटेल की जांच की जा रही है।पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भी जांच के दायरे में आ चुके हैं।
अब तक हुई कार्रवाई :
- थाना क्षेत्र में मादक पदार्थों की अवैध बिक्री के खिलाफ कार्रवाई में हीलाहवाली के आरोप पर गांधीनगर थाना प्रभारी निरीक्षक राहुल तिवारी व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक आलक्ष्मी राम को लाइन अटैच किया जा चुका है।
- अवैध गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई के बजाय संदिग्ध आचरण पर कोतवाली के एएसआई धनन्जय पाठक और गांधीनगर के एएसआई बृजकिशोर पांडेय को निलंबित किया जा चुका है।
- नशीला इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार महिला के साथ मोबाइल पर कई बार बातचीत के आरोप पर आरक्षक उपेंद्र सिंह को बर्खास्त किया गया हैं।
- गांजा के साथ गिरफ्तार आरोपित के भाई से बातचीत के आरोप पर छह पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर बर्खास्तगी की नोटिस थमाई गई है।
- संदिग्ध आचरण वाले गांधीनगर थाने के पुलिसकर्मियों को लाइन अटैच कर जांच के निर्देश दिए गए है।