गाँव गाँव और गली गली में जोरों से चल रहा है सट्टेबाजों का धंधा...
कोरिया
अब सट्टा खेलनें के लिए किसी को भी बहोत सारे पैसों की जरूरत नहीं है, बल्कि अब आप सिर्फ 10 रूपये लगा कर भी 10 रूपये का नाम 10 गुना जीत सकते हैं । जी हाँ कुछ ऐसा ही लुभावना सट्टेबाजी का खेल इन दिनों हमारे गाँव और मुहल्लों में देखनें को मिल रहा है ;
जी हाँ सटका मटका नाम से खेले जानें वाले इस सट्टेबाजी के खेल में आज का युवा वर्ग ही नहीं बल्कि बच्चे, औरतें और बुजुर्ग सभी शामिल हो चुके हैं।
ऐसा कोरिया जिले के मुख्यालय बैकुण्ठपुर विकास खण्ड के अंतर्गत पटना पंचायत और गिरजापुर पंचायत में भारी मात्रा में देखनें को मिल रहा है।
एक ओर जहाँ पटना में सिर्फ युवा वर्ग ही इसकी चपेट में आए हैं वहीं ग्राम पंचायत गिरजापुर में हालात इससे भी बुरे हैं, गिरजापुर चौक में सुबह और शाम के वक्त छोटे - छोटे बच्चों की टोली बैठ कर इस बात का इंतजार करती रहती है कि सट्टे का रिज़ल्ट क्या आया।
यहाँ के लोगों को इस बात की चिंता नहीं रहती है कि सट्टा खेलना गलत काम है, बल्कि वो चाहते हैं कि कैसे भी उन्हें अधिक से अधिक पैसे मिलें।
अगर पुलिस इन पर अभी लगाम नहीं लगाएगी तो आनें वाले वक्त में यही बच्चे और क्या क्या करेंगे यह सोंचना कोई मुश्किल कार्य नहीं है। आज अगर हमारे समाज में ऐसी बीमारियों से लोग ग्रसित हैं तो कहीं ना कहीं इन सब के जिम्मेदार हम भी हैं, क्योंकि हम इन चीज़ों को नजर अंदाज़ करते आ रहे हैं पर अगर अब भी हमारा समाज ऐसे अपराधों को छुपाएगा तो आनें वाले वक्त में हमें इससे भी बुरे अपराधों को समाज में होते हुए देखना होगा।
अगर हमारे जिले के कर्मठ पुलिस कर्मी किसी भी संदिग्ध व्यक्ति से पुछ - ताछ करेंगे और उसके बैंक की जानकारीयाँ निकलवाएंगे तो बड़ी ही आसानी से सारे गैंग का पर्दाफाश़ हो सकता है।
गौर करनें वाली बात यह है कि यह सब सट्टेबाजी का खेल आनलाईन और आफलाईन दोनों तरिकों से खेला जाता है, जिससे पैसों का लेन देन भी आनलाईन तथा आफलाईन दोनों तरिकों से होता है।
ऐसे में बैंक अकाउंट को टटोलनें मात्र से ही संदिग्ध व्यक्ति कि सारी जानकारीयाँ उपलब्ध हो सकती हैं।